ज्ञान, रूप,और बल अभिमान नही करना चाहिए:-पंडित चंपेश कृष्ण


 रवि सेन 9630670484

दुर्ग!हमर मितान-ग्राम नंदकट्ठी के हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के कथा में भागवताचार्य पंडित चंपेश कृष्ण  महाराज नंदकट्ठी वाले थे।परायण करता पंडित जय योगेश शर्मा थे। पंडित चंपेश महाराज ने कहा कि सहदेव को ज्ञान का, नकुल को रूप का, अर्जुन को बल का, अभिमान था इसलिए इनका पतन हुआ ।जीवन में महकना है तो अहंकार रूपी कृत्य को बाहर करना होगा, एक दूसरे के प्रति नफरत का भाव त्यागना होगा ,क्योंकि नफरत बुरी है ना पालो इसे, दिलों में मलील है तो हटा दो इसे ना तेरा ना मेरा ना इसका ना उसका हम सब का वतन है संभालो इसे। आगे कहाकि बाल्यावस्था  से ही जो भगवान की भक्ति करता है उसे ही इस जन्म में भगवत प्राप्ति होता है इसलिए संतान को धन नहीं श्रेष्ठ संस्कार दें जिससे वो राष्ट्र व भगवान की सेवा कर सके।समस्त गौरपरिवार के द्वारा आयोजित इस भागवत कथा में  लोकेश्वर सिंह ठाकुर, हेमंत, तीर्थराज, देवेंद्र ,सुरेंद्र ,  सुयश, अनंत ,गुनगुन ,आशी,  सुप्रिया, घनश्याम, महेंद्री,वर्षा ,लक्ष्मीन,  श्वेता,  अर्चना ,लता, विक्कू, केशर, ,दुलारी, संध्या,  शांति , निधि रितु, सहित सैकड़ों की संख्या में ग्राम एवं आसपास गांव से आए हुए भक्तजन उपस्थित रहे।

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