पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रुप मनाया गया, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में यह आयोजन व्यापक स्तर पर नहीं हुआ !


 रविआनंद 9630670484

ननकट्ठी ! हमर मितान - सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रुप मनाया गया। गांवों में स्थित अटल चौक को सजा धजाकर अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर रखकर नमन करते हुए उनके आदर्श जीवन पर प्रकाश डाले गए। रस्म अदायगी के तौर पर अटल चौक पर ग्रामीण ने आकर तस्वीर के पूजा अर्चना करके नारियल के प्रसाद बांट कर सुशासन दिवस मना लिया। राज्य सरकार ने 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मदिन को सुशासन दिवस के रुप में घोषित किया है। ऐसे में प्रशासन की ओर से एक गाइडलाइन जारी कर कहा गया था कि सोमवार को सुशासन दिवस के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की तस्वीर लेकर गांवों में स्थित अटल चौक पर श्रद्धा पूर्वक जयंती समारोह मनाने के निर्देश दिए गए थे। जिसमें उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण करके जीवनी पर प्रकाश डालने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बुलाना था। जिसका परिपालन अधिकांश ग्राम पंचायतों में किया गया। भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के मापदंडों का पालन करने के लिए उनके जन्मदिन पर वर्ष 2014 से प्रति वर्ष 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रुप में मनाते आ रहे है। इसके लिए इस बार राज्य की भाजपा सरकार ने जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक विविध कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए है। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में यह आयोजन व्यापक स्तर पर नहीं हुआ।

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