श्रीराम कथा मनुष्य को मर्यादाशील जीवन जीना सिखाती है: पंडित रामकृष्ण !

रविआनंद 9630670484

नंदकट्ठी ! हमर मितान - श्री राम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्ज्वल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती है। इस अवसर पर राम-सीता विवाह भी संपन्न किया गया।  ग्राम ननकट्ठी सुभाष चौक पर चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास ने कहा कि रामकथा का आनंद तभी है, जब वक्ता और श्रोता दोनों सुर, लय, ताल मिलाकर कथा का रसपान करें। प्रेम प्रकट हो जाए तो परमात्मा खुद प्रकट हो जाएंगे। प्रेम के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है। कहा रामकथा का महत्व हमेशा से है और आगे भी रहेगा। यह भगवान की लीला, चरित्र व गुणों की गाथा है। इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है। भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के चरित्र में प्रदर्शित त्याग और तपस्या की बातों को निरंतर श्रवण करते रहने से सुनने वाले के अंदर भी ऐसे ही महान गुणों का समावेश हो जाता है। बाल कलाकारों ने मनमोहक झांकी निकालकर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर किया। इस मौके पर राम-सीता विवाह का आयोजन किया। श्रद्धालुओं ने नाचते गाते आनंद लिया।

नवदुर्गा युवा समिति एवं समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से सुभाष चौक ननकट्ठी में पंडित रामकृष्ण शुक्ला के श्री राम कथा का श्रद्धालुओं ने रसपान किया। उन्होंने कहा कि श्री राम कथा विश्व कल्याण दायनी है, लोक मंगलकारी है। प्रभु श्रीराम का आचरण एवं व्यवहार अपनाने से जीवन आनंदमय हो जाता है। गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने श्री राम कथा के माध्यम से मानव जीवन संबंधों की महत्ता स्थापित की है।


 

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने