मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इस देश के समाज के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ आदर्श हैं, इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता- ओएसडी आशीष वर्मा


 रवि सेन की कलम से ...✒️✒️


दुर्ग ! हमर मितान -पाटन के समीपस्थ ग्राम तेलीगुंडरा में दो दिवसीय लोक कला महोत्सव का आयोजन किया गया है, एवं ग्राम बोरिद मानस गान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल जी के प्रतिनिधि के रूप में आशीष वर्मा ओएसडी मान मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, अशोक साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग, दिनेश साहू (सभापति जनपद पंचायत पाटन) राजेश ठाकुर अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जामगांव आर, रमन टिकरिहा सभापति जनपद पंचायत पाटन, कमलेश नेताम कोषाध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जामगांव आर, मनीष वर्मा सेक्टर प्रभारी भोज रघुवंशी सेक्टर प्रभारी, अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए, लोक कला महोत्सव कार्यक्रम में अपने वक्तव्य में मुख्य अतिथि आशीष वर्मा ने कहा कि- भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम माना जाता है, श्री राम ने अपने जीवन काल में आम लोगों को आदर्श जीवन जीने की कला सिखाई है, भगवान राम ने अपने 14 वर्ष के वनवास में कई मुश्किलों कई पड़ावों को पार करते हुए, अनेकों  राक्षसों का वध कर सत्य के साम्राज्य की स्थापना की । सबके जीवन के आदर्श रहे भगवान श्री राम पर जितना लिखा जाये उतना कम है


ओएसडी  आशीष वर्मा ने वर्तमान परिवेश समाज धर्म, व संस्कृति पर चिंतन करते हुए आगे कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इस देश के समाज के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ आदर्श हैं। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता, लेकिन सवाल यह है कि क्या श्री राम जी जीवन चरित्र हमारे समाज में आज भी सहज जीवंत रूप में उपस्थिति है या धीरे-धीरे वह महज किताबी ज्ञान और उपदेशात्मक बातों तक ही सिमटते जा रहा है इस पर चिंतन किया जाना चाहिए।


ओएसडी  वर्मा ने आगे कहा कि- इस बात से बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता कि धार्मिक आस्थावान लोग आराध्य देव के रूप में प्रभु श्री राम को पूजते हैं, हमारे भारतीय जनमानस, एवं छत्तीसगढ़ के कण कण व सभी लोगों के हृदय में राम एक आदर्श के रूप में युगों से विराजमान है, लेकिन यह भी सच है कि आज के आपाधापी व आधुनिक जीवन शैली और बदलते परिवेश में उनके आदर्शों और मर्यादाओं के अनुपालन में सामाजिक व्यवहारिकता में पहले जैसा लगाव नहीं दिखता है जो कि चिंतन का विषय है,  वर्मा ने कहा कि किसी समाज का बहुस्वीकृत आदर्श कितना व्यवहारिक है और कितना किताबी है, इसकी पहचान इस बात से होती है कि हमारा वह आदर्श, हमारे मन में व्यवहार में कितने मजबूती से उपस्थित है।


इस अवसर पर सरपंच मनीष कुमार पटेल, किशन कुमार साहू, संजय कुमार साहू, सुमन कुमार साहू, नितिन देवांगन, उमेश पटेल, रानू ठाकुर, नीलेश पटेल, श्यामलाल, सनत यादव, महेंद्र साहू, नंदकुमार साहू, नंदकिशोर साहू, विमल साहू, देव नारायण साहू, हितेश देवांगन, नीलेश, राकेश, दीपक, महेश, बाबा चन्द्राकर, अजय ठाकुर, दादू राम साहू, छबि राम साहू, प्रेमलाल, राजेंद्र साहू, भोजन साहू, ग्राम बोरिद से अध्यक्ष प्रवीण वर्मा तुलसी साहू, अँचल पांडेय, अर्जुन बघेल, पिंकू वर्मा, मनीष वर्मा, जितेंद्र वर्मा, जिंतेंद्र साहू, मंच संचालक नीलकंठ ठाकुर, त्रेता चंद्राकर एवं समस्त ग्राम वासी तेलीगुंडरा व बोरीद के हजारों की संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने