रवि सेन 9630670484नंदकट्ठी!हमर मितान-बोडेगाव में जुड़वास पर्व धूमधाम से मनाया गया।गुरुवार को पड़ने वाले आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में देवी शीतला को प्रसन्न और रोगमुक्ति के लिए बोडेगाव में देवी शीतला मंदिरों में जुड़वास पूजा की बड़ी धूम है। यह पर्व प्रत्येक वर्ष साल के आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष या यूँ कहे कि महाप्रभु जगन्नाथ जी के रथयात्रा पर्व के बाद मनाया जाता है।छत्तीसगढ़ की धरती त्यौहार और पर्वो की धरा मानी है और यहाँ पर्व और त्यौहारों की कमी नहीं है, इसी कड़ी में गुरुवार को देवी शीतला मंदिर में जुड़वास का विशेष महत्व होता है, माता शीतला का मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गाँव में होता है और इसे ग्राम देवी के नाम से जाना जाता है और मान्यता के अनुसार मुख्य रूप से गांवों में सुख- शांति और समस्त रोगों का निवारण का प्रतीक माना जाता है और इसकी पूजा से मनवांछित प्राप्ति होती है।
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बोडेगाव में गुरुवार को शीतला मन्दिर में माता शीतला की जुड़वास पूजा श्रद्धालुओं द्वारा धूमधाम से मनाया गया।और सेउक द्वारा जसपचरा द्वारा माता की महिमा का बखान किया गया। जिसमें ग्रामीणों द्वारा माता की पूजा अर्चना के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
शीतला मंदिर के पुजारी पंचम ठाकुर से ग्रामीण प्रसाद तथा समस्त रोगों के निवारण के लिए माता शीतला से मन्नत माँगी गई, साथ ही साथ खरीफ के फसल की बुआई सम्पन्न करके फसल को रोगमुक्त रखने और अपने अपने परिवार को रोगों से दूर करने के लिए मन्नत माँगी।जस सेउक में से ह्रदय देवांगन, जोगी,नारद,लवकुश,पुनउ,रविन्द्रर,देवकुमार,अघनु,तिहारु,भगवानी,रामप्रकाश सभी उपस्थित थे।