गिरहोला में भव्य संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में बरस रहा है ज्ञानामृत,मां बाप के समान ही गुरु को भी अपने शिष्य की सफलता पर असीम गौरव की अनुभूति होती है… आचार्य पं. मनोज कृष्ण शास्त्री !


 रवि सेन 9630670484

अहिवारा/हमर मितान - गिरहोला तीसरा दिवश वृंदावन से आए कथा वाचक आचार्य पं. ने कहा युवाओं में में संघर्ष करने की प्रवृत्‍ति कम होती जा रही है। यह बेहद चिंता विषय है। युवा वर्ग संघर्ष किए बिना सफलता पाना चाहता है, जो संभव नहीं है। सफलता पाने के लिए आत्‍मविश्‍वास का होना बेहद जरूरी है। श्रीमद् भागवत कथा व सत्‍संग आदि सुनने से भर से आत्‍मविश्‍वास बढ़ता है। जब भी वक्‍त मिले युवा वर्ग भक्‍ति से संबंधित कार्यक्रम देखें। भगवान व भक्‍त के बीच अटूट रिश्‍ता रहा है और हमेशा रहेगा। जब- जब भक्त कष्ट में आए हैं और भूमि पर पापियों का पाप बड़ा है। तब-तब भगवान ने सभी का कष्ट मिटाने के लिए अवतार लिया। पापी कंस को मारने और गीता का उपदेश देने के लिए भगवान श्री कृष्‍ण ने अवतार लिया। भगवान आज भी सभी भक्तों के साथ हैं। सिर्फ भक्‍त का भाव सच्चा होना चाहिए। आयोजित भागवत कथा में आचार्य पं. श्री मनोज कृष्ण शास्त्री के मधुर भजनों व साथियों के संगीतमय प्रस्तुति व भक्तिमय वातावरण में लोग बड़ी संख्या में कथा रसपान कर रहे हैं । कार्यक्रम में सरपंच सुनीती यादव तिलकदास वैष्णन उमेश बंजारे राकेश हरीचन्द जावेन्द्र बंजारे प्रेमप्रकाश बंजारे रमेश  एवं ग्रामवासीगण उपस्थित रहे।

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