
जांजगीर ! हमर मितान- जांजगीर में एक युवक से भिलाई स्टील प्लांट(BSP) में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी हो गई। उसे ठग ने बड़े ही शातिर अंदाज में ठग लिया। युवक के साथ ठगी कब हो गई, उसे पता ही नहीं चला। ठग ने उसे वादा किया था कि पैसे लगेंगे, मगर जॉब लग जाएगी। फिर उसने युवक से सिलेक्शन की अलग-अलग लिस्ट भेजकर 6.5 लाख रुपए लिए और फरार हो गया। मामला मुलमुला थाना क्षेत्र का है।
इस मामले में 12 जनवरी 2021 को तागा गांव निवासी आकाश कुमार श्रीवास ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आकाश ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 2019 में एक दोस्त के जरिए उसकी मुलाकात बिलासपुर के रहने वाले तिलकचंद आजाद से हुई थी। तब आजाद ने उसे बताया कि भिलाई स्टील प्लांट में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर वेकैंसी है। वहां आप अप्लाई कर दो। हां मेरी भी पहचान है, वहां पर। मैं आपकी नौकरी वहां लगवा दूंगा। मगर इसके लिए 6.5 लाख रुपए लगेंगे। ये बात सुनकर ही आकाश उसके झांसे में आया था। आकाश ने पहले किस्त के रूप में तिलकचंद को ढाई लाख रुपए दिए थे।
ऐसे लगाया चूना
पैसा देने के बाद आकाश ने अपना डॉक्यूमेंट भी तिलकचंद को सौंपा था। इसी आधार पर उसके कुछ दिन बाद तिलकचंद ने उसे एक मेरिट लिस्ट भेजी। जिसमें आकाश का नाम 91 नंबर पर था। उस दौरान तिलकचंद ने आकाश से कहा कि 2 लाख रुपए और दे दो तो नाम टॉप 10 में आ जाएगा। इसके बाद ठग ने एक और सूची आकाश को भेजी। इस सूची में आकाश का नाम 13वें पर था। फिर तिलकचंद ने कहा कि आपका नाम 13वें नंबर पर आ गया है। अब इसे टॉप 10 में किसी तरह करवाना है और 2 लाख रुपए आकाश से ले लिए। इस प्रकार आरोपी ने उससे अलग-अलग बार में 6.5 लाख रुपए लिए।
इस वजह से हुआ भरोसा
इस मामले में खास बात ये है कि ठग उसे जो सिलेक्शन लिस्ट भेज रहा था। उसमें भिलाई स्टील प्लांट के संबंधित अधिकारी के हस्ताक्षर थे। अब ये हस्ताक्षर फर्जी थे या असली, ये नहीं पता चला सका है। मगर इसी हस्ताक्षर को देखकर आकाश ठग के झांसे में आया था।
प्लांट गया तब पता चला की ठगी हुई
इधर, पैसा देने के कई दिन बाद आकाश को ना तो भिलाई स्टील प्लांट से फोन आया, ना ही उसे तिलकचंद ने फोन किया। इस पर जब आकाश ने तिलकचंद से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसका नंबर बंद आने लगा। बाद में आकाश भिलाई स्टील प्लांट पहुंच गया और उसने वहां पर संबंधित अधिकारी को पूरे मामले के बार में बताया था। तब जाकर उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
इस पूरे घटना के बाद जब आकाश का तिलकचंद से बाद में संपर्क हुआ तो उसने कहा कि कुछ दिन में पैसे लौटा दूंगा। लेकिन समय बीतता चला गया, इसके बावजूद तिलकचंद ने एक रुपए आकाश को नहीं लौटाए। इसके बाद ही उसने पूरे मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। मगर तब तक तिलकचंद फरार हो चुका था। इस बीच पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने घर आया हुआ है तो पुलिस ने उसे मौके से जाकर गिरफ्तार कर लिया है।
जमीन तक बेचना पड़ा, ब्याज में पैसे लिए थे
आकाश ने बताया कि उसने नौकरी के चक्कर में बहुत कुछ खोना पड़ा। उसे पता ही नहीं चला कि उसके साथ इस तरह से ठगी हो गई है। उसने तिलकचंद को पैसे देने के लिए अपने रिश्तेदार से पैसे लिए थे। उसने बताया कि 6.5 लाख रुपए के चक्कर में उसे 9 लाख रुपए पटाने पड़े। साध ही उसे इस पैसे को चुकाने के लिए अपना डेढ़ एकड़ खेत बेचना पड़ गया।