दुर्ग, नंदकट्ठी ! हमर मितान - दुर्ग जिले के ग्राम बोडेगाँव पांच दिवसीय रामकथा का आज विश्राम दिवस हैं। जो किसी का अहित न करे, जो किसी के अहित की न सोचे वही साधु हैं। रुप बनाने से साधु नहीं बन जाते। उक्त बातें श्री जगतगुरु स्वामी धीरेन्द्राचार्य जी महाराज चित्रकूट धाम वाले ने श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही।
कहा कि रामायण के सभी पात्र आदर्श प्रस्तुत करते हैं। कहा कि श्रेष्ठ वही है जो पूरे समाज को समेटकर चलता है। कहा कि हमने ये किया हमने वो किया ऐसा न कहें। कहा कि आजकल बिना कुछ किए श्रेय लेने की होड़ मची है। श्रेय लेने से बचना चाहिए। कहा कि भक्त वो है जो अपनी उपलब्धि को अपनों में बांटता है। उन्होंने कहा कि कोई कार्य प्रसन्न मन से शुरू करें तो सफलता में संदेह नहीं हो सकता।
इस अवसर पर बोडेगाँव कथा पंडाल में भी काफी उत्सव देखने को मिला रहा है।बोडेगाँव में सभी राजनीतिक दलों के सभी सदस्यों का ऐसा सहयोग देखा जा रहा हैं।कि उनकी बात ही क्या कहना। रामकथा के प्रति लोगों का ऐसा उत्साह की बोडेगाँव मानो आयोध्या से कम नही लग रही हैं। जिसमें ,रवि प्रकाश ताम्रकार, विश्राम देवांगन, नारायण देवांगन, संजय ताम्रकार, हीरा सिन्हा, टीकम जैन, गौतम जैन, टेकराम सिन्हा, बलराम देवांगन, चिमन देवांगन, शीतल साहू, रवि सेन, कुबास सिन्हा, पुष्पेंद्र देवांगन, मिथिलेश कश्यप, देव कुमार सिन्हा, होरी मानिकपुरी, तिहारु सिन्हा,ओमप्रकाश साहू,प्रकाश ठाकुर,सुरेंद्र देवांगन, संतोष निषाद ,हृदय राम देवांगन, भगवानी कश्यप, ललित साहू, बेनलाल सिन्हा, अभिषेक सिन्हा, आकाश ताम्रकार, बाऊ देवांगन, राजकुमार देवांगन, तेजराम सिन्हा आदि का इन कार्यक्रम को सफल बनाने में इन का विशेष सहयोग रहा!आज विशाल भण्डारे के बाद पांच दिवसीय इस रामकथा का समापन हो जाएगा।