रवि सेन 9630670484
नंदकट्ठी!हमर मितान- नंदकट्ठी में मृदा स्वस्थ और उर्वरकता योजना अंतर्गत दो दिवसीय कृषक जागरूकता प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।प्रशिक्षण मे कृषि विज्ञानं केंद्र अंजोरा दुर्ग के वैज्ञानिक डॉ एस के थापक द्वारा मिट्टी परिक्षण के महत्त्व के बारे मे बताया गया।वही कृषकों को बताया गया की किस मिट्टी मे कौनसी फ़सल लगाना चाहिए।मिट्टी उर्वरकता बढ़ाने के लिए गोबर खाद और जैविक खाद का प्रयोग करने की सलाह दी गयी कृषकों को संतुलित उर्वरक का उपयोग करने की सलाह दी गयी तथा मृदा परिक्षण की अनुशंसा के आधार पर उर्वरेको को फ़सल मे डालने के लिए समझाइश दी गयी और इसके फायदों के बारे मे बताया गया।आपको बता दे कृषकों को वर्तमान मे धान और अरहर फ़सल मे लगने वाले कीड़ो और बीमारियों की पहचान करने तथा रोकथाम एवं इनके नियंत्रण के लिए जैविक और रासायनिक दवाइयों के बारे मे बताया गया।प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी नवीन खोबरागड़े के द्वारा जैविक खेती के महत्त्व के बारे मे बताया गया तथा कृषकों को मोटे अनाज फसलों के महत्त्व के बारे मे बताया गया कृषकों को जीवअमृत तथा बीजामृत आदि बनाने के बारे मे विस्तार से बताया गया। कृषकों को विभागीय योजनाओं जैसे किसान समृद्धि योजना, सौर सूजला योजना, राष्ट्रीय क़ृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य और सुरक्षा मिशन योजना, बीज ग्राम योजना आदि योजनाओं के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गयी।आशीष राठौर के द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे मे विस्तार से जानकारी दी गयी।
प्रशिक्षण मे कृषि विकास अधिकारी श्रीमती नीलिमा राजपूत, ग्रामीण क़ृषि विस्तार अधिकारी नितेश गावड़े तथा सहायक तकनिकी प्रबंधक आशीष राठौर उपस्तिथ थे।