हरतालिका तीज आज, सुहागनों ने रखा है निर्जला व्रत, जानें पूजन, मुहूर्त

रवि सेन 9630670484

नंदकट्ठी ! हमर मितान -आज हरतालिका तीज का त्योहार है। हिंदू धर्म में हरतालिका तीज के व्रत का विशेष महत्व होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर एक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान के साथ विवाहित महिलाएं वत रखते हुए पूजा-पाठ करती हैं। हरतालिका तीज पर सुहागिन महिलाएं दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए पहली बार हरतालिका तीज का व्रत किया था।

कथावाचक पंडित चंपेशकृष्ण महराज  नंदकट्ठी ने बताया।

कथावाचक पंडित चंपेशकृष्ण महराज नंदकट्ठी ने बाताया चतुर्थी सहिता युता सा तृतीया फल प्रदा।हस्त नक्षत्र युक्त तिज पर्व पवित्र व श्रेष्ठ माना गया है। जैसे तारागणों में चंद्र‌मा नक्षत्रों में सूर्य चारों वर्णो में ब्राहमण देवताओं में गंगा पुराणों में महाभारत वेदों में सामवेद इन्दियों में मन ऐसा यह व्रत श्रेष्ठ है। माता पार्वती में शिवजी को प्राप्ति के लिए निराहार रहकर इस व्रत को किया था। इसलिए षट विकारों को त्यागकर आज भी - मातृ शक्तियाँ अखंड लौभाग्य हेतु तिज व्रत करती है।

हरतालिका व्रत का शुभ मुहूर्त।

हरतालिका तीज पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विशेष रूप से होती है। इस पूजा को सुबह ही करनी चाहिए लेकिन शिव-पार्वती के पूजन के लिए प्रदोष काल का समय सबसे सही माना जाता है। प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का जो समय होता है वह प्रदोष काल कहलाता है। प्रदोष काल 06 सितंबर को शाम 06 बजकर 36 मिनट से आरंभ हो जाएगा।रात्रि जागरण का विशेष महत्व है।

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